शिक्षण संस्थानो, राजनैतिक दलो सहित सर्वसमाज ने दी श्रद्वाजलि
संतकबीरनगर। जनरल विपिन रावत, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के आकस्मिक निधन पर स्थानीय हीरालाल रामनिवास स्नातकोत्तर महाविद्यालय में एक शोकसभा का आयोजन किया गया। महाविद्यालय के शिक्षकों ने 2 मिनट का मौन रहकर जनरल रावत को भावभीनी श्रद्धांजली प्रदान किया। शोक सभा को सम्बोधित करते हुए प्राचार्य डॉ0 ब्रजेश कुमार त्रिपाठी ने कहा कि देश आज एक बहुमूल्य रत्न खो दिया, जनरल रावत दृढ़ इच्छाशक्ति के धनी व्यक्ति के साथ ही कुशल प्रशासक भी रहे। मुख्य नियंता डॉ0 विजय कृष्ण ओझा ने कहा कि देश के पहले सी डी एस का इस तरह जाना देश के लिए बहुत बड़ी हानि है जिसकी भरपाई आने वाले समय में सम्भव नहीं है। डॉ0 प्रताप विजय ने कहा कि बुधवार के दिन हम देशवासियों के एक काला दिन साबित हुआ। जनरल रावत का असमय जाना हमे सदियों तक सालता रहेगा। इस अवसर पर डॉ0 शशिकांत राव, डॉ0 अमरसिंह गौतम, डॉ0 अमित भर्ती, डॉ0 अमरनाथ पाण्डेय, डॉ0 अमित मिश्रा, अश्विन, रविन्द्र आदि उपस्थित रहे। डॉ अमित कुमार मिश्र, विभागाध्यक्ष सैन्याविज्ञान ने कहा कि जनरल विपिन रावत ने लगभग 40 वर्षों तक भारतीय सेना की सेवा की। इस दौरान उन्होंने सेना को नई-नई ऊँचाई प्रदान किया। म्यामांर का सर्जिकल स्ट्राइक और पाक अधिकृत कश्मीर में पुनः सर्जिकल स्ट्राइक इन्हीं के नेतृत्व में सफलता पूर्वक चलाया गया। वर्तमान समय में रक्षा सेनाओं पर एक कमाण्ड बनाने का कार्य कर रहे थे, जिसे थियेटर कमाण्ड कहा जा रहा हैं। जिनका एक कथन सेना के बारे में था कि जब कोई इनसे पूछता था कि हमे सेना में नौकरी करनी है तो यह साफ मना कर देते थे। जनरल रावत कहते थे कि सेना नौकरी के लिये नही है, यहाँ पर सर्वत्र बलिदान करना होता है। उनका जाना भारतीय सेनाओं के लिए अपूरणीय क्षति है। इसी क्रम में जनपद के राजनैतिक दलो के नेता, समाजसेवी, शिक्षण संस्थानो के प्रबन्धक, बुद्वजीवियों ने शोक संवेदना व्यक्त किया। अधिवक्ताओं ने उनके निधन पर शोक संवेदना व्यक्त किया। समाजसेवी डॉ0 उदय प्रताप चतुर्वेदी, भाजपा नेता राकेश मिश्रा, नगर पालिका अध्यक्ष खलीलाबाद श्याम सुन्दर वर्मा, नगर पंचायत अध्यक्षा श्रीमती संगीता वर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष बलिराम यादव, भारत तिब्बत समन्वयक संघ के अध्यक्ष प्रोफेसर प्रयागदत्त, अध्यक्ष गोरक्ष प्रान्त रामकुमार सिंह, जिला पंचायत सदस्य पंकज शर्मा सहित जनपदवासियों ने शोक संवेदना व्यक्त किया।