8,03,800/- रूपये का उत्तराधिकार प्रमाण-पत्र जारी, 45,00,595/- रूपये अर्थदण्ड एवं 4,03,77,000/- रूपये की हुयी बैंक ऋण वसूली, 42,15,000/- रूपये का दिलाया गया मोटर दुर्घटना प्रतिकर।
संतकबीरनगर। जनपद एवं सत्र न्यायाधीश व जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष महफूज अली की अध्यक्षता में दीवानी न्यायालय परिसर में शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन हुआ। माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलित कर जिला जज ने इसका शुभारम्भ किया। लोक अदालत में विभिन्न न्यायालयों, फोरमों एवं प्रशासनिक विभागों में कुल 6662 मुकदमें लगाए गए थे जिनमें से 2960 मामलों का निस्तारण किया गया। कुल 45,00,595/- रूपये का अर्थदण्ड एवं 4,03,77,000/- रूपये की बैंक ऋण वसूली हुयी। मोटर दुर्घटना का प्रतिकर 42,15,000/- और 8,03,800 रूपये का उत्तराधिकार प्रमाण पत्र जारी किया गया। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव हरिकेश कुमार ने बताया कि राष्ट्रीय लोक अदालत दीवानी न्यायालय के आलवा जनपद की तीनों तहसीलों खलीलाबाद, मेंहदावल और धनघटा में भी आयोजित हुई। लोक अदालत में विभिन्न बैंको द्वारा शिविर लगाए गए, जिनमें 395 मामलों का निपटारा किया गया और चार करोड़ सैंतीस लाख सात हजार रूपये की बकाया ऋण वसूली की गयी। दीवानी न्यायालय में 4556 मुकदमों में से 1217 मुकदमों का निस्तारण किया गया जिनमें पैंतालिस लाख पांच सौ पच्चानबे रूपये का अर्थ दण्ड वसूल किया गया। प्रशासनिक वादों में कुल 1361 से 1348 मामलों का निस्तारण किया गया। न्यायालय जिला एवं सत्र न्यायाधीश महफूज अली की कोर्ट में कुल 02 मामलों का निस्तारण करते हुए 1000/- रूपये का अर्थदण्ड वसूला गया। पीठासीन अधिकारी मोटर दुर्घटना अधिकरण आशीष जैन की कोर्ट में कुल 36 मामलों में से 17 मामलों का निस्तारण करते हुए कुल 42,15,000/-प्रतिकर दिलाया गया। पीठासीन अधिकारी परिवार न्यायालय एवं अतिरिक्त पीठासीन अधिकारी परिवार न्यायालय विरेन्द्र कुमार एवं राकेश कुमार द्वारा कुल 10 में से 03 मामलों का निस्तारण सुलह-समझौते के आधार पर किया गया। अपर जनपद एवं सत्र न्यायाधीश/नोडल अधिकारी लोक अदालत अनिल कुमार वशिष्ठ की अदालत में कुल 10 मामलों का निस्तारण किया गया। मुख्य न्यायिक मजिस्टेट शिखा जायसवाल की कोर्ट में कुल 513 मामलों का निस्तारण करते हुए 2,17,030/- रूपये का अर्थदण्ड वसूल किया गया। सिविल जज सीनियर डिविजन महेन्द्र कुमार सिंह की कोर्ट में 51 फौजदार वाद का निस्तारण करते हुए 2,110/-रूपये का अर्थदण्ड वसूला गया एवं 8,05,990/- का उत्तराधिकार प्रमाण पत्र निर्गत किया गया। सिविल जज सी0डि0 (एफटीसी) ष्वेता श्रीवास्तव की कोर्ट में कुल 500 मुकदमों में से 194 वादों का निस्तारण करते हुए 32,300/-रूपये का अर्थदण्ड वसूला गया। सिविल जज जू0डि0 दीपक कुमार सिंह द्वारा कुल 83 फौजदारी मामलों का निस्तारण करते हुए 12,750ध्- रूपये का अर्थदण्ड वसूल किया गया। न्यायिक मजिस्टेट प्रभात कुमार दूबे द्वारा कुल 202 मुकदमों का निस्तारण करते हुए 14,350/- रूपये का अर्थदण्ड वसूला गया। सिविल जज जू0डि0 (एफटीसी) अजीत कुमार मिश्रा द्वारा 75 मामलों का निस्तारण करते हुए 3,125/- रूपये का अर्थदण्ड वसूला गया एवं सिविल जज जू0डि0 (एफअीसी-द्वितीय) फराज अहमद द्वारा 73 मामलों का निस्तारण करते हुए 2,930/- अर्थदण्ड वसूला गया। इस अवसर पर न्यायालय के अधिकारीगण के अलावा कर्मचारीगण श्यामबिहारी शुक्ला, देवकीनन्दन पटेल, संतोष यादव, बृजेश यादव, गोविन्द, नागेन्द्र यादव, कुन्दन, दीपक, यशवन्त कुमार, आर. भवन चैधरी, पुनीत, रघुवर सिंह बिष्ट, कौशल, जयशंकर, राहुल, नीरज, बलदेव, हरिशंकर चैधरी, अरविन्द, शैलेन्द्र समेत तमाम वादकारीगण लोग उपस्थित रहें।