ग्राम प्रधान जीतने के बाद विदेश चले जाने के बाद सरकारी धन से हुए कार्यो की शिकायत उजागर होने पर प्रशासन ने शुरू किया जाॅच
(संतकबीरनगर)। बुधवार को जिला विकास अधिकारी ने क्षेत्र के गांव दरियाबाद पहुंचकर शिकायतों की जांच की। इस दौरान उन्होंने ग्राम पंचायत सदस्यों तथा शिकायतकर्ता का भी बयान दर्ज किया। जिला विकास अधिकारी राजितराम मिश्रा, सुशील मिश्रा तथा खण्ड विकास अधिकारी सेमरियावां आर.के. चतुर्वेदी ने बुधवार को क्षेत्र के गांव दरियाबाद पहुंचकर ग्रामीण रंगीलाल तथा शकुन्तला पत्नी रंगीलाल के शिकायत की जांच की। उन्होंने ग्राम पंचायत सदस्य अब्दुल्लाह, इसरावती पत्नी शिवपूजन, हाजरा खातून पत्नी आ. हफीज, गंगा देवी, मुहम्मद इस्लाम, रेशमा, हाजरा खातून, साबेरा खातून से पहले अलग-अलग बाद में एक साथ बयान दर्ज किया। इस दौरान कुल 14 ग्राम पंचायत सदस्यों में से आठ ग्राम पंचायत सदस्य मौजूद रहे। शिकायतकर्ता रंगीलाल पुत्र चुन्नीलाल तथा शकुंतला पत्नी रंगीलाल का भी बयान लिया। विदित रहे दरियाबाद निवासी रंगीलाल पुत्र चुन्नीलाल ने ग्राम्य विकास मंत्री, जिलाधिकारी को शिकायती प्रार्थना पत्र देकर आरोप लगाया था कि दरियाबाद गाँव की महिला ग्राम प्रधान विदेश में रहती है, जिन्हें प्रधानी का कोई तजुर्बा नही, न ही कोई ज्ञान, बस कुछ दिनों के लिए गाँव आई थी, चुनाव जीती और फिर विदेश (बहरीन) चली गयी। श्रीमती सायमा फत्ता गाँव के विकास के नाम पर चुनाव जीती पर चुनाव जीतने के बाद दुबारा कभी गाँव नही लौटी, उनका सारा काम उनकी गैर हाजिरी में गाँव के रहने वाले अब्दुल फत्ता, सुहैल अहमद, बेलाल, लालचंद नाम के व्यक्ति अवैध तरीके से संभालने लगे, सायमा फत्ता के फर्जी हस्ताक्षर पर सरकारी धन भी विकास के मद में उपरोक्त लोगों के द्वारा निकाले जाते रहे, ब्लॉक पर होने वाली बैठकों में उपरोक्त लोग बतौर प्रतिनिधि बनकर हिस्सा लेते रहे,तमाम कार्ययोजना बनी, लाखों का भुगतान भी हुआ। शिकायतकर्ता का यह आरोप है कि वर्ष 2015 में चुनाव जीतने के कुछ महीनों बाद ग्राम प्रधान सायमा फत्ता विदेश (बहरीन) चली गई, जिसके बाद उपरोक्त चारों के द्वारा षड़यँत्र के तहत गाँव के सभी कार्यों का सम्पादन इन्ही लोगो के द्वारा किया जाता चला आ रहा है।