- चिकित्सा व स्वास्थ्य विभाग ने जरुरी एहतियात बरतने के दिए निर्देश
- लॉकडाउन के प्रतिबन्ध रहेंगे यथावत, सोशल डिस्टेंसिंग के पालन की अपील
संतकबीरनगर, 26 मई 2020।
कोरोना के मरीज पाए जाने के बाद 32 दिनों तक लगातार हाटस्पाट के चलते सील हुए नगर पंचायत मगहर को मंगलवार को जिलाधिकारी के आदेश के बाद राहत मिल गयी है। नगर पंचायत क्षेत्र मगहर में लॉकडाउन के प्रतिबन्ध अभी यथावत ही रहेंगे, लेकिन आवश्यक वस्तुओं की दुकानें खुलेंगी। चिकित्सा व स्वास्थ्य विभाग ने जरुरी एहतियात बरतने के निर्देश दिए हैं।
नगर पंचायत मगहर के काजीपुर रेहरवा वार्ड में गत 23 अप्रैल 2020 को देवबन्द से आए एक छात्र में कोरोना की पुष्टि होने के बाद उसके आसपास के लोगों की चेकिंग की गई थी। इस चेकिंग के दौरान कुल 19 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। इसके बाद जिलाधिकारी के आदेश पर 25 अप्रैल 2020 को मगहर नगर पंचायत को चारो तरफ से सील कर दिया गया। कोरोना का संक्रमण आसपास के क्षेत्रों में न फैले इसके लिए यह आदेश जारी किया गया था। कोरोना के रोगियों के धीरे धीरे रिपोर्ट निगेटिव आने तथा क्षेत्र में कोई नया कोरोना रोगी न मिलने के बाद जिलाधिकारी रवीश गुप्त के आदेश पर नगर पंचायत मगहर की सीलबन्दी खोल दी गई। जिलाधिकारी ने आदेश दिया है कि सीलबन्दी खोलने के बाद भी लॉकडाउन के प्रतिबन्ध जारी रहेंगे। साथ ही आवश्यक बस्तुओं की ही दुकानों को खोला जाएगा। सीएमओ डॉ. हरगोविन्द सिंह ने अपील की है कि लोग सोशल डिस्टेंसिग का अनुपालन करें, साथ ही साथ मास्क का भी प्रयोग करें। वहीं बाहर से आने वाले प्रवासी होम कोरण्टाइन का विधिवत अनुपालन करें। अगर कोई होम कोरंटाइन के निर्देशों का अनुपालन नहीं करता है तो इसकी जानकारी दें। उसके उपर विधिक कार्यवाही की जाएगी।
स्वास्थ्य विभाग की टीमें घूमती रहीं
हाट स्पाट की सील खोले जाने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीमें निरन्तर क्षेत्र में भ्रमण करती रहीं तथा स्थितियों का आंकलन भी करती रहीं। वहीं आसपास की आशा कार्यकर्ता भी क्षेत्र की जानकारी लेती रहीं। आशा कार्यकर्ताओं को यह जिम्मेदारी दी गई है कि वह भी लॉक डाउन और होम कोरंटाइन की जानकारी से विभाग को अवगत कराते रहें।
लॉकडाउन का करें अनुपालन – संगीता
नगर पंचायत मगहर की अध्यक्ष श्रीमती संगीता वर्मा ने 32 दिन बाद हाट स्पाट की सील खुलने के बाद नगर वासियों से अपील की है कि वह लॉकडाउन के साथ ही समय समय पर प्रशासन के द्वारा दिए जाने वाले निर्देशों का अनुपालन करते रहें। अगर कहीं भी कोई ढिलाई हुई तो नगर पंचायत फिर सील हो जाएगी। नियमों का अनुपालन इसीलिए जरुरी है।