संतकबीरनगर। लाकडाउन मे मुम्बई से ट्रक पर सवार होकर घर के लिए निकला प्रवासी रास्ते मे ही दम तोड़ दिया था। गरीबी का दंश झेल रहे परिजनों को जब मृतक के ब्रहमभोज मे आर्थिक समस्या खड़ी हुई तो रविवार को सूर्या के प्रबन्धक डा0 उदय प्रताप चतुर्वेदी ने वसियाजोत पहुंच कर परिवार की आर्थिक मदद किया। ग्राम वसियाजोत निवासी 45 बर्षीय भोला यादव मुम्बई मे रह कर मजदूरी करता था। घर पर बूढ़ी मां के साथ पत्नी अनीता और पांच मासूम बच्चे रहते हैं। कोरोना वायरस के चलते हुए लाकडाउन के दौरान ट्रक पर सवार होकर भोला घर के लिए निकला था। मध्यप्रदेश के गुना जिले मे पहुंचते ही हार्ट अटैक का शिकार हुआ भोला अस्पताल पहुंचते ही दम तोड़ दिया। परिवार के कमाऊ मुखिया की मौत ने परिजनों के भविष्य को तो अंधकारमय कर ही दिया साथ ही क्षेत्र के लोग भी व्यथित हो उठे। आर्थिक रूप से कमजोर होने के कारण परिजन स्व0 भोला के सोलहीं संस्कार को पूरा करने मे भी असमर्थ नजर आने लगे। सोशल मीडिया पर परिवार के गरीबी की त्रासदी की खबर चली तो सूर्या इण्टरनेशनल एकेडमी के प्रबन्धक एवं समाजसेवा के स्तंभ डा उदय प्रताप चतुर्वेदी ने एक बार अपने मानवीय संवेदना का उदाहरण पेश किया। मृतक भोला के घर पहुंच कर आर्थिक मदद के साथ ही बच्चों के लिए फल और खाद्यान्न भी उपलब्ध कराया। डा0 चतुर्वेदी ने कहा कि एक दूसरे के सुख-दुख मे शामिल होना ही समाज का पर्याय होता है। सक्षम लोगों को ऐसे गरीब परिवारों की मदद के लिए आगे आना चाहिए। इसी सिद्धांत से ही हमारा समाज मजबूत बनता है। उनके साथ मौजूद युवा समाजसेवी दानिश खान ने भी परिवार का आर्थिक सहयोग किया। उन्होंने ग्राम प्रधान प्रतिनिधि अब्दुर्रब खान से भी परिवार की देखभाल करने की अपील करते हुए भविष्य मे जरूरत पडने पर इस परिवार की मदद करते रहने का आश्वासन दिया। इस दौरान शायर असद महताब, गोलू वर्मा, भाजपा नेता राजीव गुप्ता, ग्राम प्रधान यादवेश यादव उर्फ झाले, सूर्या के व्यवस्थापक बलराम यादव, मसलहूद्दीन, सुखई आदि लोग मौजूद रहे।