संतकबीरनगर। आज कोरोना की विभीषिका विश्व स्तर पर सम्पूर्ण मानव जाति के लिए एक चुनौती एवं विनाशकारी समस्या बन गई है। भारत वर्ष भी इसका दंश झेल रहा है। केन्द्र सहित प्रदेश की सरकारें इस महामारी के खातमें की हर कोशिशें कर रही है। सरकारी एवं स्वैच्छिक संगठनो द्वारा कोई कोर-कसर नही किया जा रहा है। सम्पूर्ण लाॅक डाउन का नुस्खा काफी कारगर साबित हुआ है। किन्तु कुछ लोगो द्वारा इसका ठीक से पालन न किया जाना एक अलग समस्या हो रही है। ऐसी स्थिति में शिक्षा जगत से जुड़े समस्त प्रबन्धकों, प्रधानाचार्यो, शिक्षक-शिक्षिकाओे, शिक्षणेत्तर कर्मचारी, अभिभावको और छात्र-छात्राओ की भूमिका इस महामारी को हराने में महत्वपूर्ण है। उक्त विचार व्यकत करते हुए माध्यमिक वित्त विहीन शिक्षक महासभा के जिलाध्यक्ष समय देव पाण्डेय ने शिक्षा जगत से जुड़े हुए समस्त वित्त विहीन व्यवस्था के लोगो से कोरोना के विरूद्व जारी जंग में सक्रियता से सहयोग करने का अनुरोध किया है। वित्तविहीन विद्यालयों में कार्यरत सभी वर्गो के लोग विद्यालयों शुल्क जमा न होने के कारण वेतन से वंचित रहकर काफी परेशानियाॅ झेल रहे है, इसलिए उत्तर प्रदेश सरकार की अविलम्ब इसकी चिन्ता करके सम्मानजनक मानदेय की व्यवस्था करना चाहिए। श्री पाण्डेय ने कोरोना जैसी महामारी के खिलाफ जारी जंग में सरकार के निर्णयों के अनुरूप कार्य व्यवहार करने का आहवान करते हुए वित्तविहीन शिक्षा व्यवस्था से जुड़े लोगो को राष्ट्रीय एवं वैश्विक समस्या के समाधान में अपनी ऐतिहासिक भूमिका निभाने का अनुरोध किया है।