संतकबीरनगर। जिलाधिकारी रवीश गुप्ता अपने निरीक्षण का क्रम जारी रखते हुए बृहस्पतिवार को जनपद के दो धान क्रय केन्द्र का निरीक्षण किया। जहाॅ कमियाॅ मिली उन्होने केन्द्र प्रभारियो को चेतावनी देते हुए कहा कि अगले निरीक्षण में कमी नही मिलनी चाहिए अन्यथा उनके विरूद्व अनुशासनात्मक कार्यवाही की जायेगी। उन्होने धान क्रय केंद्र देवरिया गंगा केंद्र पर केंद्र प्रभारी उपस्थित मिले। अभी तक इस केंद्र पर कोई क्रय नहीं हुआ। प्रभारी ने बताया कि बोरों की अनुपलब्धता की वजह से अभी तक क्रय नहीं हो पाया है। कल ही उनके यहां 5 सौ बोरे दिए गए हैं तो उन्होंने आज से प्रारंभ किया है एवं एक किसान का सैंपल आ गया है और शाम तक 32 क्विंटल धान आने की संभावना है। हालांकि 5 सौ बोरी केवल ढाई सौ क्विंटल धान ही रख सकते हैं और केंद्र का टारगेट 4 हजार कुंटल है। उन्हे अभी भी बोरो की आवश्यकता है और इस पर जिला प्रभारी डीसीएफ को विशेष ध्यान देना चाहिए जो कि उनके द्वारा दिया नहीं जा रहा है। केंद्र का पंखा चला कर देखा गया एवं वेटिग मशीन को भी परीक्षण किया गया। दोनों सही अवस्था में पाए गए। यह बताया गया कि केंद्र के गोदाम की फर्श धान रखने के लिए उपयुक्त नहीं इसलिए धान बगल में रखा जाता है। प्रभारी डीसीएफ इस पर ध्यान दें और केंद्र की फर्श की मरम्मत नियम अनुसार कराएं ताकि आगामी अभियानों में यह समस्या ना आए। क्रय केंद्र कोनी खुला हुआ पाया गया एवं केंद्र प्रभारी उपस्थित थे। यहां पर भी बोरों की समस्या थी और केवल 5 सौ बोरे उपलब्ध थी जबकि इस केंद्र का लक्ष्य 13 हजार क्विंटल का है। अब तक इस केंद्र द्वारा 1 हजार तीस कुंटल धान का क्रय किया गया है यह 16 कृषको से किया गया है लेकिन मात्र एक का भुगतान रुपए 1 लाख 62 हजार किया गया है। पूछने पर बताया गया कि अभी तक जिले से ही मात्र 2 लाख रूपया प्राप्त हुए हैं जिसके कारण अन्य कृषकों का भुगतान समय से पूरा किया जाना संभव नहीं हो रहा है। यह बात बहुत गंभीर है एवं जिला प्रभारी इस पर ध्यान दें क्योंकि किसानों को समय से उनकी उपज की धनराशि ना मिलना एक बहुत ही गंभीर विषय है जिसका बहुत गंभीर परिणाम हो सकता है। जिला प्रभारी सुनिश्चित करेंगे कि 3 दिन के अंदर समस्त भुगतान पूर्ण हो जाएं। कृषकों की बैठने का स्थान, छनाई का पंखा एवं चलनी आदि कार्यरत थी। केंद्र का इलेक्ट्रॉनिक कांटा भी कार्यरत पाया गया। आज पीसीएफ के दोनों केंद्रों पर कुछ समस्याएं एक जैसी मिली वह बोरे की किल्लत और धनराशि की किल्लत। यह दोनों कार्य केंद्र प्रभारी के स्तर मात्र की समस्याएं नहीं है और इसके लिए जिले स्तर के अधिकारी अर्थात जिला प्रभारी डीसीएफ एवं सहायक रजिस्ट्रार सहकारिता को स्वयं व्यक्तिगत रुचि लेनी पड़ेगी। अभी तक के अभियान में यह रूचि नहीं देखी गई है जिसके कारण जनपद का क्रय लक्ष्य से काफी पीछे चल रहा है। प्रभारी डीसीएफ एवं सहायक रजिस्ट्रार सहकारिता को सचेत किया जाता है कि सभी केंद्रों का निरीक्षण करें एवं वहां की समस्या दूर करायें। अगले निरीक्षण में इस प्रकार की कमियां दोबारा ना मिले।
पर्यावरण को बचाने के लिए प्रयास का किये प्रशंसा संतकबीरनगर। नगर पंचायत मगहर कस्बा में स्थापित एम0आर0एफ0 सेन्टर की स्थापना दिवस पर मुख्य अतिथि के रूप में पहुॅची नगर पंचायत अध्यक्षा मगहर श्रीमती अनवरी बेगम ने एफ0आर0एफ0 सेन्टर की प्रशंसा करते हुए कहा कि यूनिट स्थापना से पर्यावरण को सुरक्षित रखने का एक अच्छा इन्तजाम है। उन्होंने सेन्टर के अधिकारियों एवं कार्य करने वाले कर्मचारियों के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा कि नगर पंचायत मगहर उनके सहयोग के लिए सदैव खड़ी है। जो भी उनकी जरूरत होगी वह नियमानुसार पूरा किया जायेगा। उन्होंने मगहर नगर पंचायत के निवासियों से अपील किया है कि पर्यावरण को सुरक्षित रखने में अपना योगदान दें। घरों में कूड़ा गीला व सूखा अलग-अलग रखे व पॉलिथीन के प्रयोग से बचे। अपने अगल-बगल पड़ोसियों को भी जागरूक करें। इस अवसर पर अध्यक्ष प्रतिनिधि/पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष नूरूज्जमा अंसारी, सभासद अवधेश सिंह, सभासद कृष्ण चन्द, सभासद अतुल श्रीवास्तव, सभासद प्रतिनिधि असअद, सभासद प्रतिनिधि अहमद अली, सभासद प्रतिनिधि सुहेल अहमद, बेलहर सभासद मोहम्मद समीर, लिपिक संजय दूबे, आलोक कुमार, विशा...