संतकबीरनगर। आस्था के प्रतीक सूर्योपसना के पर्व सूर्यषष्ठी (डाला छठ) अस्ताचलगामी भगवान आदित्य को अध्र्य देकर व पूजा-अर्चना करके व्रती महिलाओ ने अपने व्रत का प्रथम चरण पूरा कर लिया। इस दौरान पुलिस प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद रही। 03 नवंबर की सुबह उदित होते भगवान भाष्कर को प्रातः अध्र्य देने व पूजा करने के साथ ही सूर्यषष्ठी का व्रत संपन्न होगा। तब तक व्रती माताएं निराहार व निर्जल व्रत रहकर उपासना करेंगी और कोसी भर कर अपने पुत्रों, पति व परिवार के दीर्घायु व निरोगी तथा सुख-समृद्वि की कामना करेंगी। सूर्यषष्ठी के इस व्रत के दौरान आज जनपद की विभिन्न नदियों, सरोवरों, तालाबों व पोखरों के किनारे पानी में घुस कर व्रतियों ने कठिन उपासना की और अस्ताचलगामी सूर्य को अध्र्य देकर मनोकामनाएं पूर्ण करने की प्रार्थना की। जिला मुख्यालय खलीलाबाद पर कोतवाली कालोनी स्थित पोखरे, सुगर मिल स्थित पोखरे, गोला बाजार हनुमान गढ़ी खलीलाबाद के पोखरे तथा अन्य स्थानों पर स्थित जलाशयों पर भारी संख्या में श्रद्वालु इकठ्टा हुए तथा अस्ताचलगामी भगवान भाष्कर को अध्र्य देकर पूजा की। उल्लेखनीय है कि छठ व्रत तीन चरणों में होता है जिसमें चतुर्थी के दिन से ही व्रत की प्रक्रिया शुरू हो जाती है और व्रती महिलाएं सात्विक भोजन करने के साथ ही पूजा सामग्रियों को पूरी श्रद्वा व सफाई से बनाने और सुरक्षित रखने का काम शुरू देती है। पूजा सामग्री में विभिन्न प्रकार के फलों और गन्ने का विशेष महत्व होता है। इस व्रत की शुरूआत नहाय-खाय यानी पूरी सफाई से स्नानादि से निवृत्त होकर सात्विक भोजन करते हुए की जाती है जिसमें मुख्य रूप से लौकी और चने की दाल की सब्जी होती है।
इसके बाद खरना और षष्ठी तिथि को अस्ताचलगामी भगवान आदित्य को अध्र्य देकर छठ व्रत का प्रथम सोपान पूर्ण किया जाता है। निराहार-निर्जल रहकर यह कठिन व्रत करने वाली माताएं सप्तमी की प्रातः बेला में उदित पूर्ण किया जाता है। निराहार-निर्जल रहकर यह कठित व्रत करने वाली माताएं सप्ती की प्रातः बेला में उदित सूर्य को अध्र्य देने के बाद ही अन्न-जल ग्रहण करती है। 03 नवम्बर 2019 की भोर में उदित होते सूर्य को अध्र्य देकर ही व्रत का पारायण होगा। देर शाम खलीलाबाद पक्का पोखरा पर स्थापित छठ्ठी माता मूर्ति का पट् खोल पूजन-अर्चना किया गया। इस अवसर पर खलीलाबाद नगर पालिका अध्यक्ष श्याम सुन्दर वर्मा ने पूजन-अर्चन कर आयोजको को नगद धनराशि देकर दान-पुण्य किया। सुरक्षा के मद्देनजर जिलाधिकारी रवीश गुप्ता द्वारा नामित जिला समाज कल्याण अधिकारी सतीश कुमार, इंस्पेक्टर कोतवाली अजय कुमार सिंह, एसएसआई सुभाष मौर्या मय फोर्स तैनात रहे। सभी महिलाओ की देख रेख के लिए गेट पर ही समाजसेविका श्रीमती हरजीत कौर एवं श्रीमती सुनीता मोदनवाल अपनी महिला टीम के साथ मौजूद रही।