सूर्या इण्टरनेशनल सीनियर सेकेन्ड्री स्कूल के छात्र-छात्राओं ने ‘रेसिटेशन’ और ‘स्पीच कम्प्टीशन’ में किया उत्कृष्ट प्रदर्शन।
संतकबीरनगर। सूर्या इण्टरनेशनल सीनियर सेकेन्ड्री स्कूल के प्रांगण में 'रेसिटेशन', व 'स्पीच कम्प्टीशन' का आयोजन किया गया। जिसमें रेसिटेशन कम्प्टीशन में चारो हाऊस रेड, ग्रीन, येलो एवं ब्लू हाऊस के स्पीच कम्प्टीशन में जूनियर ग्रुप कक्षा 6वीं से लेकर 8वीं तक तथा सीनियर ग्रुप कक्षा 9वीं से लेकर 12वीं तक के सभी छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया। स्पीच कम्प्टीशन में जूनियर ग्रुप के कक्षा 6वीं से लेकर कक्षा 8वीं तक के चारो हाऊस के छात्र-छात्राओं नें 'हिन्दी दिवस' विषय पर भाषण दिया। जिसमें यैलो हाऊस को प्रथम स्थान, ग्रीन हाऊस को द्वितीय स्थान एवं ब्लू हाऊस को तृतीय स्थान तथा रेड हाऊस को चतुर्थ स्थान मिला तथा सीनियर ग्रुप के कक्षा 9वीं से लेकर 12वीं तक चारो हाऊस के छात्र-छात्राओं नें 'बाय-बाय प्लास्टिक' विषय पर एक दूसरे से आगे बढ़ने के लिए प्रतिभा का बेहतर प्रदर्शन किया। जिसमे ग्रीन हाऊस को प्रथम स्थान तथा रेड हाऊस को द्वितीय स्थान मिला, तथा ब्लू हाऊस को तृतीय स्थान और यैलो हाऊस को चतुर्थ स्थान प्राप्त हुआ। इस अवसर पर निर्णायक मण्डल में विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक डा0 उदय प्रताप चतुर्वेदी व प्रबन्ध निदेशिका श्रीमती सविता चतुर्वेदी एवं विद्यालय के प्रधानाचार्य रविनेश श्रीवास्तव मौजूद रहें। जिन्होने छात्र-छात्राओं की प्रस्तुति में समय, उच्चारण और प्रदर्शन की बारीकियों से जांच करते हुए परिणाम घोषित किये। सभी विजेताओं को कोतवाली खलीलाबाद के कोतवाल प्रभारी श्रीप्रकाश यादव व विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक डा0 उदय प्रताप चतुर्वेदी ने पुरस्कृत कर सम्मानित किया तथा प्रबन्ध निदेशक डा0 उदय प्रताप चतुर्वेदी नें छात्र-छात्राओं का उत्साह बढ़ाते हुए अपने सम्बोधन में कहा कि केवल विद्यार्थी ही नही अपितु मनुष्य की शिक्षा, संस्कृति, विचारशीलता एवं दूरदर्शिता उसकी वाणी के माध्यम से ही दूसरों पर प्रकट होती है। समाज में प्रतिष्ठा और प्रमाणिकता प्राप्त करने के लिए वाणी का परिष्कृत होना आवश्यक है, भाषण के माध्यम से व्यक्ति प्रगति की दिशा में अग्रसर होता है और विविध प्रकार की उपलब्धियों का अधिकारी बनता है। साथ ही साथ विद्यालय की प्रबन्ध निदेशिका श्रीमती सविता चतुर्वेदी ने अपने सम्बोधन मे कहा कि वाणी की ओजस्विता और भावनाओं की प्रखरता दोनो ही एक सिक्के के दो पहलू कहने चाहिए सही तरीका यह है जिसके भीतर भाव व ज्ञान का निर्भर फूटता हो उसे अपनी अभिव्यक्ति करनी चाहिए दूसरा तरीका अभ्यास की दृष्टि से यह भी होना चाहिए कि जब बोलना हो तब प्रतिपाद्य विषय में अपनी सघन श्रद्वा तथा तत्परता उत्पन्न करने का प्रयास करना चाहिए। इसी क्रम में विद्यालय के प्रधानाचार्य रविनेश श्रीवास्तव ने कहा कि हम सभी छात्र-छात्राओं को सफलता की ओर जाते हुए देखना चाहते है जो केवल अनुशासन और कठोर परिश्रम के माध्यम से संभव है विद्यालय में एैसी प्रतियोगिताएॅ इसलिए होती रहती है ताकि कोई भी विद्यार्थी अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित करने में संकोच ना करे। शिक्षा का उद्देश्य विद्यार्थी के व्यक्तित्व का सर्वोत्तम विकास करना है। विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक डा0 उदय प्रताप चतुर्वेदी, प्रबन्ध निदेशिका श्रीमती सविता चतुर्वेदी तथा प्रधानाचार्य श्री रविनेश श्रीवास्तव ने सभी शिक्षकों और छात्र-छात्राओं को 'हिंदी दिवस' की शुभकामनाएं दी। मंच का सफल संचालन विद्यालय के वरिष्ठ शिक्षक अशोक चैबे व प्रशान्त पाण्डेय ने किया। इस अवसर पर जी0पी0एस0 स्नातकोत्तर महाविद्यालय के प्राचार्य डा0 सी0पी0 श्रीवास्तव, शुभी देवी महिला महाविद्यालय के प्राचार्य डा0 चिन्तामणि उपाध्याय उपस्थित रहें। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में विद्यालय के वरिष्ठ शिक्षक पवन मिश्रा, संजय जायसवाल, नितेष द्विवेदी, राकेश चैधरी, देव गोस्वामी, तपस्या रानी सिंह, खुर्शीद फातिमा, अर्चना त्रिपाठी, बलराम यादव इत्यादि लोग उपस्थित रहे।